SIP क्या है और SIP से Mutual Fund में निवेश कैसे करें?

By Yashvi

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SIP Kya Hai in Hindi – आज के समय में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जो कि अपनी कमाई में से बचत न करना चाहता हो क्योंकि हर एक व्यक्ति को पता है कि आने वाले समय में कभी भी पैसों की आवश्यकता पड़ सकती है. इसलिए हर एक व्यक्ति लंबे समय के लिए पैसों को बचा कर रखने की कोशिश करते हैं लेकिन आप इन पैसों को इन्वेस्ट करके इनसे ज्यादा रुपए कमा सकते हैं. SIP अपने पैसों को व्यवस्थित तरीके से इन्वेस्ट करने का एक अच्छा तरीका है.

आज हम जानेंगे कि SIP क्या होता है और किस प्रकार से SIP में इन्वेस्ट करें. क्योंकि आज के समय में भी कुछ ऐसे लोग हैं जिनके मन में यह डर है की SIP में इन्वेस्ट करने से कहीं उनका पैसा डूब ना जाए, तो आज हम आपको SIP की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में देंगे जिससे कि आपको SIP के बारे में पता लगेगा कि आप को इस में इन्वेस्ट करना चाहिए या फिर नहीं. तो चलिए बढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल की तरफ आपका ज्यादा समय न लेते हुए.

SIP का फुल फॉर्म क्या है (SIP Full Form)?

SIP क्या है, जानने से पहले आपको एसआईपी की फुल फॉर्म जान लेनी चाहिए SIP की फुल फॉर्म “Systematic Investment Plan” होता है जिसे कि हिंदी में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान” पढ़ा जाता है. SIP का हिंदी में मतलब व्यवस्थित निवेश योजना है.

  • SIP Full Form in English – Systematic Investment Plan.
  • SIP Full Form in Hindi – व्यवस्थित निवेश योजना.

SIP क्या है (What is SIP)?

SIP (Systematic Investment Plan) एक व्यवस्थित निवेश योजना है जिसकी मदद से आप एक निश्चित समय के लिए निश्चित धनराशि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते हैं, यानी कि अपने पैसे को एक सिस्टमैटिक तरीके से इन्वेस्ट करना.

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट से मतलब है कि जैसे अगर किसी व्यक्ति की कम बचत है तो वह उस बचत को एक रेगुलर रूटीन में किसी भी म्यूच्यूअल फंड के अंदर निवेश कर सकता है. और धीरे-धीरे कर के एक छोटी रकम से वह एक बड़ा लाभ प्राप्त कर लेगा. क्योंकि किसी भी काम को करने के लिए हमें समय की जरूरत पड़ती है.

SIP में इन्वेस्ट करने से व्यक्ति को इसका लाभ लंबे समय के बाद मिलता है, कभी भी एक दिन में आपको एसआईपी का लाभ देखने को नहीं मिलेगा एसआईपी इन्वेस्टमेंट में वह व्यक्ति भी इन्वेस्टमेंट कर सकता है जिस व्यक्ति की कमाई बहुत कम है, क्योंकि इसके अंदर एक सिस्टम तरीके से हम हमारे बचत के एक छोटे से हिस्से से भी इन्वेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते हैं. आप न्यूनतम 500 रूपये की SIP से निवेश करना शुरू कर सकते हैं.

SIP काम कैसे करता है?

सबसे पहले तो आपको यह तय कर लेना है कि आपको कितने रुपए से एसआईपी में इन्वेस्ट करना है जैसे कि मान लीजिए आपने हर महीने के ₹500 का इन्वेस्टमेंट का तय कर लिया है और इन्वेस्टमेंट तय करने के बाद उस म्यूचल फंड को भी देख लेना है जिसके अंदर आपको इन्वेस्ट करना है. ऐसा करने के बाद आपके बैंक अकाउंट से हर महीने ऑटोमेटिक SIP की रकम कट जाएगी. यानी कि हर महीने उस म्यूचल फंड में SIP के द्वारा आपके रुपए इन्वेस्ट हो जाएंगे तो इस प्रकार से SIP काम करता है.

SIP चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें?

अगर आप SIP चुनना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि एसआईपी चुनते वक्त आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है क्योंकि कई व्यक्ति एसआईपी चुनते वक्त भी गलती कर बैठते हैं और गलती करने के बाद उन्हें उसका भुगतान काफी महंगा पड़ता है, ऐसा करने से पहले इस पॉइंट को एक बार अच्छे से जरूर पढ़ ले.

सबसे पहले तो आप एक अच्छे म्यूच्यूअल फंड का चुनाव करें जो कि आपको आने वाले समय में एक अच्छा रिटर्न प्रदान करें, आपको इस चीज की जानकारी गूगल पर अच्छे से मिल जाएगी कि किस म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न से पिछले दिनों में कितनी है तो उसकी जानकारी लेने के बाद ही आप म्यूचल फंड को चुने.

अब आप इस चीज पर ध्यान दें कि आपको आने वाले समय में किन चीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए निवेश कर रहे हैं तो उनके हिसाब से आपको अपनी एक रकम चुननी होगी.

फिर आपको इतने पैसों का ही निवेश एसआईपी के अंदर करना है जितने पैसो का रिस्क आप उठा सकें क्योंकि ऐसा बिल्कुल सौ प्रतिशत हम नहीं कह सकते कि आप एसआईपी के अंदर निवेश करें और उसके अंदर आपको सौ प्रतिशत रिटर्न प्राप्त हो सकता है, कभी कभार आपको उसके अंदर घाटा देखने को भी मिल जाता है तो इसलिए अपने हिसाब से ही उसके अंदर निवेश करें.

SIP में निवेश कैसे करें?

SIP में निवेश करने के लिए आपको नीचे दिए गए इन स्टेप को फॉलो करना होगा उसके बाद ही आप एसआईपी में निवेश कर पाएंगे चलिए जानते हैं इन सभी स्टेप को –

  • सबसे पहले आपको एक अच्छे म्यूच्यूअल फंड हाउस की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर उसमें अपना अकाउंट बना लेना है.
  • अकाउंट बना लेने के बाद आप अपने जरुरी दस्तावेजों को अपलोड करके KYC कम्पलीट कर लीजिये.
  • उसके बाद आपसे यहाँ पर जो भी डिटेल मांगी जाए उन डिटेल को अच्छे से भर देना है.
  • जब आप यह सभी डिटेल डाल देंगे तो उसके बाद आपकी सभी आईडी को वेरीफाई किया जाएगा वेरिफिकेशन के लिए आपके पास कॉल या फिर वीडियो कॉल आ सकती है जहां पर आपकी सभी आईडी को चेक किया जाएगा.
  • वेरिफिकेशन होने के बाद आप अपनी पसंद से निवेश कर पाएंगे.

आर्टिकल को यहाँ तक पढने के बाद आप समझ गए होंगें कि SIP Kya Hai और SIP में निवेश कैसे करें. चलिए अब SIP के फायदे और नुकसानों के बारे में भी जान लेते हैं.

एसआईपी से फायदे (Advantage of SIP in Hindi)

SIP के बारे में इतनी सभी बात करने के बाद आपके मन में बस एक सवाल आ रहा होगा कि एसआईपी से क्या फायदे होते हैं, तो चलिए जानते हैं एसआईपी से हमें क्या-क्या फायदे मिलते हैं –

  • SIP के अंदर आप छोटी रकम से भी इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, और छोटी इन्वेस्टमेंट से आप लंबे समय में काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं एसआईपी में आप कम से कम ₹500 से इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं.
  • SIP के अंदर निवेश करना बहुत ही आसान होता है क्योंकि इसके अंदर सिर्फ आपको एक बार अपना प्लान अच्छे से देख कर सेलेक्ट कर लेना है, उसके बाद आपके खाते से ऑटोमेटिक हर महीने के आपके अनुसार से पैसे काट लिए जाते हैं जैसे कि अगर आपने हजार रूपये फिक्स कर रखा है तो हजार रूपये आपके हर महीने के कट लिए जाते हैं तो इसमें आपको कुछ भी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है.
  • SIP में अगर आप निवेश करते हैं तो इसके अंदर रिस्क बहुत ही कम होता है जैसे कि अगर हम शेयर बाजार में एक साथ बहुत सारे पैसों को निवेश करते हैं तो उसमें हमें घाटा और फायदा होने के दोनों चांस बराबर रहते हैं, लेकिन एसआईपी में अगर हम उसी रकम को थोड़ा-थोड़ा कर के इन्वेस्ट करते हैं तो इसमें रिस्क होने के चांस बहुत ही कम हो जाते हैं.
  • SIP बैंक में खुलने वाले FD और RD अकाउंट की तुलना में दुगना return देती है.
  • आप कभी भी अपने SIP निवेश की पूरी या आंशिक राशि निकाल भी सकते हैं.

SIP के नुकसान (Disadvantage of SIP in Hindi)

SIP के अनेक सारे फायदों के साथ कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि –

  • शेयर मार्केट में बार – बार उतार – चढ़ाव होते रहते हैं इसलिए SIP में 100 प्रतिशत return की संभावना नहीं रहती है.
  • अगर आपके पास मासिक आय का निश्चित श्रोत नहीं है तो SIP निवेश आपके लिए सही नहीं है क्योंकि इसमें आपको हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करनी पड़ती है.
  • SIP लंबे समय में अच्छा return देते हैं, यदि आप कम समय के लिए SIP करते हैं तो शायद आपको अच्छा return नहीं मिल पायेगा.

FAQ: SIP Kya Hai in Hindi

Q – SIP का फुल फॉर्म क्या है?

SIP का फुल फॉर्म Systematic Investment Plan होता है जिसे कि हिंदी में व्यवस्थित निवेश योजना कहते हैं.

Q – SIP क्या होता है?

SIP म्यूच्यूअल फंड में निवेश करनी की एक योजना है जिसमें आप एक निश्चित समय अवधि के लिए निश्चित राशि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते हैं.

Q – SIP कितने रूपये से शुरू कर सकते हैं?

आप न्यूनतम 500 रूपये से SIP में निवेश करना शुरू कर सकते हैं.

निष्कर्ष,

इस आर्टिकल के अंदर हमने जाना कि “SIP Kya Hai in Hindi” और SIP से रिलेटेड हर एक जानकारी इस आर्टिकल में हमने कवर करने की कोशिश की है. अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो इस आर्टिकल को उन लोगों तक जरूर शेयर करें जिन्हें SIP की जानकारी नहीं है, और वह ऐसे ही अपने पैसों को बर्बाद कर रहे है. यदि उन्हें एसआईपी की जानकारी होगी तो वह उन पैसों को निवेश करके अच्छे खासे पैसे कमा सकेंगे.

अंत में आपसे निवेदन करेंगें कि यदि आपको इस से कुछ सीखने को मिला है तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और अगर आपको आर्टिकल में किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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